फिर से नई शुरुआत है
नई सुबह का आगाज़ है
छोटे छोटे सपनों की
खनकने की आवाज़ है
जोश मन में समाया है
हौसला फिर से पाया है
टूटी उम्मीदें जोड़ के
विश्वास फिर से आया है
अब चलना है अंत तक
बुन कर सपनों की डोर
ना रुकना है ना झुकना है
बढ़ना है लक्ष्य की ओर
©Alka Dua
#new_beggining