परिंदो से भी दुश्मनी क्या खूब निभायी हैं इंसान ने | हिंदी शायरी

"परिंदो से भी दुश्मनी क्या खूब निभायी हैं इंसान ने उन्हें भी खाकर भूख मिटायी हैं जमीं पर हक सभी का था शायद कमलेश क्या सभी को मिटाने हमनें कसम खाई है ©Kamlesh Kandpal"

 परिंदो से भी दुश्मनी क्या खूब निभायी हैं 
इंसान ने उन्हें भी खाकर भूख मिटायी हैं 

जमीं पर हक सभी का था शायद कमलेश
क्या सभी को मिटाने हमनें कसम खाई है

©Kamlesh Kandpal

परिंदो से भी दुश्मनी क्या खूब निभायी हैं इंसान ने उन्हें भी खाकर भूख मिटायी हैं जमीं पर हक सभी का था शायद कमलेश क्या सभी को मिटाने हमनें कसम खाई है ©Kamlesh Kandpal

#prinde

People who shared love close

More like this

Trending Topic