"भला आंसूं भी अब उस लाश पर कितनी देर तक रोयेंगे,
वो कब से आज कल, कल आज की होङ में रोज मर रहा है।
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~किशन गुप्ता"
भला आंसूं भी अब उस लाश पर कितनी देर तक रोयेंगे,
वो कब से आज कल, कल आज की होङ में रोज मर रहा है।
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~किशन गुप्ता