तेरी खुशियों में ही नहीं, तेरे गमो की भी में बराबर
"तेरी खुशियों में ही नहीं,
तेरे गमो की भी में बराबर की हिस्सेदार थी।
मेरी मोहब्बत लफ्जो में ही नहीं
तेरी रूह में भी बरकरार थी।
और मानता अपना तू मुझे तो किनारा ना करता यू
पर में तो तेरे लिए हमेशा ही तेरी खुशियों की दीवार थी
सारिका
एक एहसास"
तेरी खुशियों में ही नहीं,
तेरे गमो की भी में बराबर की हिस्सेदार थी।
मेरी मोहब्बत लफ्जो में ही नहीं
तेरी रूह में भी बरकरार थी।
और मानता अपना तू मुझे तो किनारा ना करता यू
पर में तो तेरे लिए हमेशा ही तेरी खुशियों की दीवार थी
सारिका
एक एहसास