लौह पुरुष सरदार पटेल के लिए मात्र चार पंखुड़ियाँ... | हिंदी कविता

"लौह पुरुष सरदार पटेल के लिए मात्र चार पंखुड़ियाँ... ````````````````````````````````````````````````````````` खण्ड-खण्ड में बँटे हुए थे अभ्युत्थान नहीं होता। दुनिया भर में अमर तिरंगा अपनी शान नहीं होता। वंदेमातरम् के शब्दों का गौरव गान नहीं होता। अगर पटेल न होते, ऐसा हिंदुस्थान नहीं होता। ◆●◆●◆●◆●◆● योगेन्द्र शर्मा ◆●◆ ©Menariya"

 लौह पुरुष सरदार पटेल के लिए मात्र चार पंखुड़ियाँ...
`````````````````````````````````````````````````````````
खण्ड-खण्ड में बँटे हुए थे 
                         अभ्युत्थान नहीं होता।
दुनिया भर में अमर तिरंगा 
                        अपनी शान नहीं होता।
वंदेमातरम् के शब्दों का
                          गौरव गान नहीं होता।
अगर पटेल न होते, ऐसा
                           हिंदुस्थान नहीं होता।
◆●◆●◆●◆●◆●  योगेन्द्र शर्मा  ◆●◆

©Menariya

लौह पुरुष सरदार पटेल के लिए मात्र चार पंखुड़ियाँ... ````````````````````````````````````````````````````````` खण्ड-खण्ड में बँटे हुए थे अभ्युत्थान नहीं होता। दुनिया भर में अमर तिरंगा अपनी शान नहीं होता। वंदेमातरम् के शब्दों का गौरव गान नहीं होता। अगर पटेल न होते, ऐसा हिंदुस्थान नहीं होता। ◆●◆●◆●◆●◆● योगेन्द्र शर्मा ◆●◆ ©Menariya

सरदार वल्लभ भाई पटेल
#Sardarvallabhbhaipatel

People who shared love close

More like this

Trending Topic