दौड़ती दुनिया थम चुकी है, लेकिन, अपनों का अपनो से ह | हिंदी Love
"दौड़ती दुनिया थम चुकी है, लेकिन,
अपनों का अपनो से हाथ मिलाना बाकी है,
कोरोना ने बिठाया है एक साथ अभी,
मोबाइल से नज़रे हटाना बाकी है।
खींच गयी है जो लकीरें हमारे दरमियाँ,
इन बढ़ती लकीरों को मिटाना बाकी है।"
दौड़ती दुनिया थम चुकी है, लेकिन,
अपनों का अपनो से हाथ मिलाना बाकी है,
कोरोना ने बिठाया है एक साथ अभी,
मोबाइल से नज़रे हटाना बाकी है।
खींच गयी है जो लकीरें हमारे दरमियाँ,
इन बढ़ती लकीरों को मिटाना बाकी है।