जिसमें नज़र आते थे बस खोट आज उसी की मौत दे रही है | हिंदी विचार
"जिसमें नज़र आते थे बस खोट
आज उसी की मौत दे रही है दिल को चोट।
जिसे जानता भी नहीं वो अपना लग रहा है,
क्यों उसका अधूरी लड़ाई मेरा सपना लग रहा है।
~~अभिषेक कुटुम्ब"
जिसमें नज़र आते थे बस खोट
आज उसी की मौत दे रही है दिल को चोट।
जिसे जानता भी नहीं वो अपना लग रहा है,
क्यों उसका अधूरी लड़ाई मेरा सपना लग रहा है।
~~अभिषेक कुटुम्ब