"बेख़ौफ़
माना नहीं है इश्क़ उसे मुझसे
तो क्या मैं भी उससे इश्क करना छोड़ दूँ..?
बेख़ौफ़ जिद है मुस्कराने की
क्यूँ किसी के खौफ़ से मुस्कराना छोड़ दूँ...!"
बेख़ौफ़
माना नहीं है इश्क़ उसे मुझसे
तो क्या मैं भी उससे इश्क करना छोड़ दूँ..?
बेख़ौफ़ जिद है मुस्कराने की
क्यूँ किसी के खौफ़ से मुस्कराना छोड़ दूँ...!