गुमनाम शायर
रोज महफिल सजती है यहां तरानों की
रोज जाम हमसे पिया नही जाता हैं
तेरी याद तो रोज आती है हमको पर
हमसे पी कर झूठ बोला नही जाता हैं!
kd motivation
kd ki dayri
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#said गुमनाम शायर
रोज महफिल सजती है यहां तरानों की
रोज जाम हमसे पिया नही जाता हैं
तेरी याद तो रोज आती है हमको पर
हमसे पी कर झूठ बोला नही जाता हैं!
kd motivation