नि:शब्द हो जाती हूं
जब आपके विषय में लिखने का सोचती हूं
आपके लिए में कई अनमोल शब्द खोजती हूं।
मेरी कल्पनाओं से उच्चसीन आपकी परिभाषा है
मेरा दिल आपको बड़ी बहन और दिमाग गुरु के रूप में देख पाता है।
मुझे लाल पेन की गरिमा से आपने अवगत करवाया
और मुझ जैसे ज्ञान हीन को
विद्या दान देने का मार्ग दर्शाया ।
काश में बन पाती कभी आपकी अर्दली
क्योंकि आप से मुझे कई उम्मीद और सीख मिली।
ईश्वर आपको दे लंबी उम्र का वरदान
जिससे आप हम जैसी बच्चियों को देती रहे
शिक्षण मार्ग पर अग्रसर होने का अनुदान ।
©Shivani Jain
#Teachersday