यूं तो मुश्किल होता
तुम से दूर जाना, मेरी जान
पर,
"अब तुम किसी और के हो"
ये चोट दिल को दे दी,
यूं तुम से रिहाई ले ली.. ....
रोज़ रोज़ टूटते रहे
चाह में तेरी, पर जब
तेरी चाहते ही है,
किसी और के लिए
तो तुमसे ये जुदाई सह ली....
मुझे पता है,
मेरी जान भी चली जाती
तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता,
पर कुछ रिश्ते नाते और भी है,
उन फर्ज़ो की खातिर,
हमने ये जिंदगी जी ली.....
©Sonu sharma
#Raste