White #Teachersdayspecial
भावों को समेटकर कविता लिखना
जमाने को छोडकर कुछ सीखना
सिखाता है बहुत ये छडी से पिटना
थपथपाकर पीठ गालों को खींचना
मस्ती भरे दिन ,फिर घर को लौटना
चाक को छुड़ाकर,चेहरे पर लगाकर
पुस्तक को प्रेम से स्टीकर लगाकर
सुंदर अक्षरों में नाम को लिखाकर
बस्ते को टांगकर ,टाई को बांधकर
टिफिन औ पानी की बाटल लादकर
आता था मजा,कक्षा से बाहर झांककर
मिलते थे थप्पड तेज से क्योंकि करते
गलती अध्यापक के गुस्से को भांपकर
कभी चाकलेट कभी टाफी कभी कभी
तो चने एवं इमली को खाते थे बांटकर
स्मृतियों के ये कल का अब न लौटना
न याद होने पर भी बैठने का हौंसला
ठहाके वे अपने,बेंच पर खूब बैठना
चलो बहुत हुआ, दृढसंकल्प लो अब
गुरूओ के प्रेम को जीवभर सहेजना
©Shilpa Yadav
#आने वाले शिक्षक दिवस 5september के लिए कुछ पंक्तियां लिखित हैं #sad_shayari #Teachersday#shilpayadav#shilpayadavpoetry#nojotohindi#teachersdayspecial Anshu writer Niaz (Harf) Ravi Ranjan Kumar Kausik jo_dil_kahe vineetapanchal अज्ञात कविताएं प्रेरणादायी कविता मराठी हिंदी कविता कविताएं कविता कोश @Vishalkumar "Vishal" @Asif Hindustani Official @SHAYAR (RK) Santosh Narwar Aligarh @PRIYANKA GUPTA (gudiya)