तुम मेरी मिट्टी
मैं तुम्हारा विशाल बगीचा,
तुम मेरी शरद
मैं तुम्हारा हवा का झोंका,
तुम मेरी रात की चांदनी
मैं तुम्हारा चमकता हुआ चांद,
तुम मेरी खुशबू
मैं तुम्हारा महकता हुआ गुलाब,
तुम मेरी लैला
मैं तुम्हारा प्रेमी अलिफ,
तुम मेरी मुस्कान
मैं तुम्हारी मुस्कान के पिछे का राज़,
©anjali pandey
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