✍*धन्य! धन्य! हे वीर!*✍
राष्ट्र का नायक बने तुम...
जन मन के प्रेरणादायक बने तुम...
धन्य! धन्य!हे वीर!
शौर्य से अपने प्रशंसा के लायक बने तुम।
भारती के भाल का चंदन बने तुम...
हर दिल का वंदन बने तुम...
धन्य! धन्य!हे वीर!
देशप्रेम का पर्याय 'अभिनंदन' बने तुम।
दाधीच प्रवीण शर्मा
©dadhichpraveensharma
✍धन्य! धन्य! हे वीर!✍
राष्ट्र का नायक बने तुम...
जन मन के प्रेरणादायक बने तुम...
धन्य! धन्य!हे वीर!
शौर्य से अपने प्रशंसा के लायक बने तुम।
भारती के भाल का चंदन बने तुम...
हर दिल का वंदन बने तुम...