White तुम्हारे संग ज़िन्दगी के रंग"
तुमसे मिलकर के लगा
सचमुच, कोई अपना सा मिल गया है।
आखरी सांस गिन रही थी ज़िन्दगी,
जीने का कोई फिर से , पैग़ाम मिल गया है।
और बदल रहे हैं धड़कनों के, धरती
को जैसे फिर से ,नया आसमान मिल गया है।
तुम बहार बनके, जुल्फें बिखर दो
जी लूं, "तुम्हारे संग मैं कुछ जिंदगी के रंग"।
©Anuj Ray
# तुम्हारे संग ज़िन्दगी के रंग"