छुपे छुपे ही रहे मां ये तेरी आंख के आंसू,
मां ने यूं साध लिए मेरी आंख के आंसू।
वो कच्चे आंगनो में बैठना, छत का टपकना हो,
बड़ी सी जंग के मानिंद थे हालात के आंसू।
कोशिशे की मगर इस काम में नाकाम अब तक हूं,
कभी देखे नहीं मैने मेरे मां बाप के आंसू।
✍️कपिल वीरसिंह
9259242665
©Kapil Tomer
#lightpole