बातों ही बातों में बात शुरु हुई,,,
फिर धीरे -धीरे बातें बढी,,
कभी हमारी नाराजी , उनकी sorry,,,
तो कभी उनकी नाराजी , हमारी soorry,,से बात बनी,
बस खेल - खेल में ही दोस्ती पक्की सी हुई ,,
अब बातें तो बातें हैं , बातें और बढ़ी,, और
बातों ही बातों में, बनी बात ही बिगङ गई,,
अब दोस्ती और मोहब्बत की लड़ाई तो खूब हुई ,,,
फिर मोहब्बत की मार दोस्ती ना सह पाई,,,
फिर messages कि बाहार आई ,, जबाव कोई ना आया ,,
, फिर block वाली सजा हुई,,,
.... फिर unblock होके, रिहाई भी हुई,,,,
अब खेल - खेल में फिर बातें बढी,,
फिर दिल को कुछ - कुछ हुआ,,
दिल फिर पगलाने सा लगा , फिर सपने कई संजोने लगा ,,,
अब🤔करे क्या, सोच - विचार कर ,अब अन्त करें क्या ??
अंत हुआ तो ,,,
फिर भी दिल ने कह ही दिया ---
"अन्त ही प्रारंभ है",,।।।।।
©Nehu Dee.kalam
#brokenbond