तेरी मोहब्बत तेरी मोहब्बत मे ,गम मुझे मंजूर होगा
ज़ख़्म है छोटा लेकिन बड़ा नासूर होगा
पास बुलायेगी मोहब्बत तुझे ,लेकिन तू मोहब्बत से दूर होगा
उस दिन होगा तू बड़ा मज़बूर
जब मेरी तरह तेरा भी ना होगा कोई कसूर
उस दिन तुझे मेरी मोहब्बत का एहसास होगा
मेरे साथ ढाया सितम, तेरे साथ जरूर होगा।।
©Santosh Narwar Aligarh
#mohabbat