"White उदास हैं मन आज, बस इसे बहला रही हूँ
अपनी परेशानियों को, शब्दों में बता रही हूँ
वजह को में नहीं जानती इसकी
अब थक गयी हूँ
अच्छे दिल के साथ, जीने को मन हटा रही हूँ
फरेबी दुनिया में, खुद को चालाक बना रही हूँ
जी भर करने को, खुलकर कहना सीखा रही हूँ
थक गई खुद को जानते जानते
अब बस सोचे बिना कर रही हूँ
©Nisha Bhargava |di√y∆|
"