धुआँ धुआँ सी कहीं हो न जाये ज़िन्दगी, धुआँ धुआँ में कहीं गुम ना हो जाए जिंदगी
फ़रेब भी हो तो कैसे हो धुएँ से, तेरी यादों को उड़ा रहे हैं "ऐ जिंदगी"
हुई गुमनाम जिंदगी ,फिर से नाम दे रहे जिंदगी
इस सिगरेट में जलती हुई चिंगारी और निकलता हुआ धुआँ
मेरे दिल का हाल बयां कर गया ऐ जिंदगी।।
©Santosh Narwar Aligarh
#smokingkills