आज फिर उसने हमसे मुँह मोड़ लिया, शायद ये सोचकर की उ | हिंदी Shayari Vid
"आज फिर उसने हमसे मुँह मोड़ लिया,
शायद ये सोचकर की उसने हमको ग़म में छोड़ दिया
उसको क्या पता वाकिफ जब से हुये,
प्यार करने वालो की इन आदतों से हम
मुस्कुराना भले ही भूल गए हम उस दिन से,
लेकिन ग़म को मीठा दर्द बताकर ग़म में रहना भी छोड़ दिया!"
आज फिर उसने हमसे मुँह मोड़ लिया,
शायद ये सोचकर की उसने हमको ग़म में छोड़ दिया
उसको क्या पता वाकिफ जब से हुये,
प्यार करने वालो की इन आदतों से हम
मुस्कुराना भले ही भूल गए हम उस दिन से,
लेकिन ग़म को मीठा दर्द बताकर ग़म में रहना भी छोड़ दिया!