नदी किनारे नदी किनारे बैठा मैं अविरल उसको देख रह | हिंदी Poetry Video

"नदी किनारे नदी किनारे बैठा मैं अविरल उसको देख रहा था उसकी बहती धारा में मैं साया अपना खोज रहा था दिख न रहा था मुझे उसमें किंचित भी अपना साया उसकी बहती धारा में मैं ऐसा विचारों में खोया कर रही थी मार्गदर्शन ये मकसद था मुझे समझाना यूंँ ही चलते रहना जीवन में नहीं तुम कभी भी रुक जाना रुक गए यदि जीवन में चित्त दूषित हो जाएगा कई विकार उत्पन्न होंगे और जीवन नष्ट हो जाएगा मुझे देखो और सीखो लगन से मेरा अविरल बहना ही तुमको समझाएगा कांँटे बहुत हैं राहों में इस पर चल कर ही मंजिल पाएगा ................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit "

नदी किनारे नदी किनारे बैठा मैं अविरल उसको देख रहा था उसकी बहती धारा में मैं साया अपना खोज रहा था दिख न रहा था मुझे उसमें किंचित भी अपना साया उसकी बहती धारा में मैं ऐसा विचारों में खोया कर रही थी मार्गदर्शन ये मकसद था मुझे समझाना यूंँ ही चलते रहना जीवन में नहीं तुम कभी भी रुक जाना रुक गए यदि जीवन में चित्त दूषित हो जाएगा कई विकार उत्पन्न होंगे और जीवन नष्ट हो जाएगा मुझे देखो और सीखो लगन से मेरा अविरल बहना ही तुमको समझाएगा कांँटे बहुत हैं राहों में इस पर चल कर ही मंजिल पाएगा ................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit

#Nadi_kinare #नदी_किनारे

जयश्री_RAM @Neha verma @Khushboo Gola @Fathimunnisa S @Pragyan

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