White फलक से गिरकर,
टूट गए हैं मगर,
जमीन पर भी है
एक आस का असर।
नई रोशनी, नया सवेरा लाएगी,
जिंदगी फिर नए परों से उड़ान भर जाएगी।धरती से फलक तक,
हर सफर है अनमोल,
हर कदम पर है,
ज़िन्दगी का एक नया रोल।
आसमान की ऊँचाई,
ज़मीं की गहराई में,
छुपा है कोई राज़,
बस उसे पहचानने की देर है।
©आगाज़
#फलक @aditi the writer @Kumar Shaurya amit pandey