आज मेरी बेटी का जन्मदिन आया है
जब से जन्मी है मेरे
घर नन्ही सी परी
उसने सभी के चेहरों को
खिलता हुआ बनाया है
बेटी ने मेरे जीवन को
बहुत आनंदमय बनाया है
आज........................
बेटी ने मेरे घर को मंदिर
आँगन को उपवन बनाया है
जब भी देखता हूँ उसकी
प्यारी सी दंतुरित मुस्कान
ऐसा लगता है मानो जैसे
धरती पर चाँद उतर आया है
आज........................
हर घर में होनी चाहिये
एक चहकती फुदकती बेटी
क्यूंकि बिना बेटी के किसी
का उद्धार कहाँ होता है
अगर हो आपके घर में
किसी नन्हे मेहमान का आगमन
तो घबराना नहीं सोचना
मेरे घर में दुनिया का सबसे बड़ा खजाना आया है
कवि कुँवर राहुल परमार
खुद की कलम✍से
मोबा.8233110397
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मेरी प्यारी बेटी