मतलब की बात मैंने कभी की ही नहीं,ये मेंरा तौरे तरीका ही नहीं/
ऐ आस के पंछी,तु आस से ही घायल,कभी तेरी मन्नत पूरी होती ही नहीं//२
ये सुना है कि मेरे जाने के बा'द,उसकी महक कहीं महकी ही नहीं//३
थी जो बाग में एक*मैना *मायूस_मायूस,वो*बागे शजर से उड़ी ही नहीं//४
*एक चिड़िया का नाम,*उदास