#OpenPoetry जब-जब पकड़ी कलम करों में, हर कि

"#OpenPoetry जब-जब पकड़ी कलम करों में, हर किसी की मैंने पीर लिखी है। हर राधा का श्याम लिखा, और हर रांझे की हीर लिखी है। ©vivek singh"

 #OpenPoetry जब-जब पकड़ी कलम करों में,
       हर किसी की मैंने पीर लिखी है।
हर राधा का श्याम लिखा,
       और हर रांझे की हीर लिखी है।

©vivek singh

#OpenPoetry जब-जब पकड़ी कलम करों में, हर किसी की मैंने पीर लिखी है। हर राधा का श्याम लिखा, और हर रांझे की हीर लिखी है। ©vivek singh

#OpenPoetry

People who shared love close

More like this

Trending Topic