मिले मिले हैं गम इस साल तो
पौंछ कर आंसू उन्हें स्वाह कर दीजिए
जलने वालों की कोई कमी नहीं यारों
अपनी मुस्कुराहट से थोड़ा और तबाह कर दीजिए
क्यों थामा है दामन उनका
जो छोड़कर है जाना चाहते
जाने दीजिए उनको अपनी यादों से
उनको भी अपने दिल से रिहा कर दीजिए
नए साल में नए दौर में याद रख
कि मैं खुश रहूं और तू भी खुश रहे
जो कर रहे हैं इंतजार आपका
उन्हें भी तो यारों गले लगा लीजिए
बीते हुए का गम ना करना
नई उमंगों से घड़ा भर ना
छोड़ देना वह सब कुछ जो दुख दे
नई तमन्ना से शुरुआत कीजिए
मैं प्रेम हूं बांटने से कम नहीं होता
अपनों से रिश्ते जरा सुधार लीजिए
सब के स्वास्थ्य की कामनाओं के साथ
जरा मिलकर मेरे साथ भी दोस्तों
नया साल तो मना लीजिए
नया साल तो माना लीजिए।।
©Prem sagar
#HappyNewYear