तेरे कंगन शब्दो से रिश्ते खूबसूरत लिखे जा सकते हैं
कोई ऐसा शायर नहीं मिला जो रिश्तो के कड़वे हकिकत को लिख दे....
गुलाबी आँखें प्यारी गानों में होती हैं
कुछ सच्चाईयां रिश्तो की क्यों कमरे में दम तोड़ देती हैं
तुम सही तुम गलत
ये जो हम हैं ना क्यों अकेले गुम होती हैं.......
सब कुछ खूबसूरत पन्नों पर लिखा जाता हैं.....
मुझे वो गहराइयाँ समझ आती हैं जो खामोश बैठी हैं......
प्यार लिखो लेकिन जो लिखते हो वो काल्पनिक हैं हकिकत आज भी तड़प रही हैं....
©MALLIKA