Maa ऐ जिन्दगी तू काश मां जैसी होती,
ना कोई शर्ते होती, ना कभी मतलबी होती, ना मुझसे खफा होती, ना कभी मुझसे शिकायत होती।
ऐ जिन्दगी तू काश मां जैसी होती,
रूठता तो मनाती, रोता तो हंसाती, थोडा सा डांट पूरी रात लाड़ दिखाती और सुकून से अपनी गोद में सर रख सूलाती।
ऐ जिन्दगी तू काश मां जैसी होती,
मुझसे भी ज्यादा मुझ पर विश्वाश दिखाती, उदास अगर हूं तो मन पसंद खाना खिलाती और देर होने पर पापा के गुस्से से बचाती।
ऐ जिन्दगी तू काश मां जैसी होती।।
©Paras Sindhu
#Maa❤