#OpenPoetry दिल है गिरवी उसकी सांसों पे , और ब्याज बड़ा ही महंगा है
आजकल इस जमाने में , सबका प्यारा बड़ा ही महंगा है
कैसे पूरी करू उसकी ख्वाहिशों को , सरकार बड़ा ही महंगा है
उसके हर एक मिनट का आजकल , हिसाब बड़ा ही महंगा है
वो अब बदलने लगीं है , आजकल के पेशो की तरह
जा रही उसके पास , जिसका तजुर्बा बड़ा ही महंगा है
मुझको क्या मालूम था? , की प्यार में इतने सदमे है
कि दिल टूट जाने पे , रोना बड़ा ही महंगा है
( कैप्शन में पढ़े )
#OpenPoetry
दिल है गिरवी उसकी सांसों पे , और ब्याज बड़ा ही महंगा है
आजकल इस जमाने में , सबका प्यारा बड़ा ही महंगा है
कैसे पूरी करू उसकी ख्वाहिशों को , सरकार बड़ा ही महंगा है
उसके हर एक मिनट का आजकल , हिसाब बड़ा ही महंगा है