हे माँ! जब-जब मैं अंधेरों से डरी,
तब-तब तूने इससे लड़ने की शक्ति दी..!
इस अंधेरी दुनिया में जब भी मैं भय से सिमटी,
तूने साया बन मेरे इस भय को दूर किया..!
जब भी मेरे चारो तरफ घोर अंधेरा छाया,
तूने ही रोशनी बन कर राह दिखाया..!
हे माँ! हमेशा ऐसे ही मेरे साथ रहना🙏