जा रहे हो।। part 1
आधा हिस्सा, आधा किस्सा,
रातों की हवाओं में बहा रहे हो,
क्या कहा तुमने, क्या सुना मैंने,
जा रहे हो,जा रहे हो...।
किस्तों में बंट रहा कारवां,
जिदंगी में रास्ते रहा गवां।
क्या रहा हममें, क्या रहा तुममें,
जा रहे हो, जा रहे हो।
तारों की गर्दिश में,
बातों की सर्दी में,
तुम भी गुम,हम भी गुम,
जा रहे हो, जा रहे हो।
©Ankit verma 'utkarsh'
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