ऐ बिंते हव्वा....!!
इन गुलाबो की फरेब देने वाली सुर्खी पर ना जाना,ये मुहब्बत के नाम पर हवस के पुजारियों का दाम खुश रंग है
ऐ आदम की बेटी .....!!!
ये बात दिमाग में बिठाले कि मर्द ओर औरत की मुहब्बत तो बस निकाह के बाद ही हलाओ पाकीज़ा होती है 🌹🌹
©Bashiri
#not valentinday