बुद्ध का एक बहुत ही मशहूर कथन है
"उपदेश देना आसान है उपाय बताना कठिन"
इसलिए हमेशा उनके पास जाइये जो उपाय बताता हो ना कि उपदेश देता हो चूंकि सौ उपदेशों से कहीं बेहतर वो एक उपाय है जिसका प्रयोग-उपयोग आप व्यवहारिक रूप से कर सकते हैं, भले वह पूरी तरह कारगर हो या ना हो| क्योंकि उपदेश जड़ और अप्रायौगिक हैं जबकि उपाय प्रायौगिक और व्यवहारिक|
मैं जो कह रहा हूँ अंततः वह भी एक उपदेश ही है इसलिए कृप्या मेरे पास भी ना आएं|
©Rudra magdhey Abhijeet
विचारों की गठरी में से