"इजाजत हो या ना हो इश्क तो तुमसे ही रहेगा
तलब ऐसी कि सांसों में समा लूं तुझे किस्मत ऐसी कि तुझे देखने को भी मोहताज हूं मैं मोबाइल के फोल्डर में तस्वीरे इकट्ठा की है तेरी
बस इसके सिवा और कोई जायदाद नहीं है मेरी"
इजाजत हो या ना हो इश्क तो तुमसे ही रहेगा
तलब ऐसी कि सांसों में समा लूं तुझे किस्मत ऐसी कि तुझे देखने को भी मोहताज हूं मैं मोबाइल के फोल्डर में तस्वीरे इकट्ठा की है तेरी
बस इसके सिवा और कोई जायदाद नहीं है मेरी