शुक्रिया मेरी रूह छलनी कर जाते हैं जब भी वो लब हिलाते हैं
जब मेरे अपने ही लोग मुझे शुक्रिया कह जाते हैं
मेरा एक सवाल है पूछूं तो भला किस से
जिन्हें भूलना चाहो वो ही क्यूं याद आते हैं,
ज़िंदगी से रुखसत करने वालों जब रिश्त-ए-दिल ही नहीं
तो दिल से निकल क्यूं नहीं जाते हैं ।।
©Mansal Taak
#शुक्रिया