"ऐसी लागि लगन जब राम की सीता हुई और कृष्ण की राधा!
तो बेख़बर के प्यार में या रब क्यों हुई बाधा!!
प्रेम की कथाएं जब पूरी नही होती!
तो मीत को क्यों प्रेम की प्रीत में बांधा!!
बेख़बर"
ऐसी लागि लगन जब राम की सीता हुई और कृष्ण की राधा!
तो बेख़बर के प्यार में या रब क्यों हुई बाधा!!
प्रेम की कथाएं जब पूरी नही होती!
तो मीत को क्यों प्रेम की प्रीत में बांधा!!
बेख़बर