White कई जख्म दिए खुद को तेरे दिए जख्म मिटाने को
भुला नहीं हूं आज भी बहुत कोशिश की है भुलाने को
आग लगा देता हूँ तेरी तस्वीर में अपने दिल की आग बुझाने को
ढूंढता हु एक शख्श् तेरी कही बात समझाने को
नासमझ लोग ना जाने क्यू पागल समझते हैं मुझ दीवाने को
आवाज छीन ली गई मेरी और मजबूर किया गया मुझे बोलने को
वो बेवफा अपने रकीब का तराजू ले आई मेरा दिल तोलने को
जौन मर गया अपने महबूब के इंतज़ार में ये झूठ है
वो अब भी चाहता है कोई आए और कहे उसे आंखें खोलने को
©Anjay kumar
#sad_shayari