"कईयों ने अपनी मंजिल बदली
तो कई राह में निखर गए
कहीं नए सपने देखें
तो कहीं टूट के बिखर गए
और ..
जिन्हे मिली सफलता लक्ष्य की
वो घर वापस बेफिकर गए
पर जो चलते रहे समान गति से
वहीं शून्य से शिखर गए"
कईयों ने अपनी मंजिल बदली
तो कई राह में निखर गए
कहीं नए सपने देखें
तो कहीं टूट के बिखर गए
और ..
जिन्हे मिली सफलता लक्ष्य की
वो घर वापस बेफिकर गए
पर जो चलते रहे समान गति से
वहीं शून्य से शिखर गए