आज कल तुम दिखते नही
क्या तुम भी मेरी लिखावट
के जैसे गुम हो रहे हो कही
भुला रहे हो तुम अपने आप को
पर कुछ नही मिलने वाला इससे
जेसे मुझे कुछ नहीं मिले रहा
जब था सब पास में तो मेने उसे दूर जाने दिया
और आज वो मुझसे इतना दूर
चला गया की मेरे पास कोई नही है
शिवाय मेरी आखों से बहते आसुओं के
©R k