White अब नहीं भाते मुझे ये नज़ारे ये पतझड़ ये मौसम | हिंदी शायरी

"White अब नहीं भाते मुझे ये नज़ारे ये पतझड़ ये मौसम । अब जिंदगी की आखिर डोर तक !!!! मेरी आंखों को सिर्फ तेरी ही चाहत है। ©Bijender Kumar Gupta"

 White अब नहीं भाते मुझे ये नज़ारे ये पतझड़ ये मौसम ।
अब जिंदगी की आखिर डोर तक !!!!
मेरी आंखों को सिर्फ तेरी ही चाहत है।

©Bijender Kumar Gupta

White अब नहीं भाते मुझे ये नज़ारे ये पतझड़ ये मौसम । अब जिंदगी की आखिर डोर तक !!!! मेरी आंखों को सिर्फ तेरी ही चाहत है। ©Bijender Kumar Gupta

#GoodMorning

People who shared love close

More like this

Trending Topic