ए माहे रमज़ान जरा आहिस्ता चलना हमें काफी कर्ज चुका

"ए माहे रमज़ान जरा आहिस्ता चलना हमें काफी कर्ज चुकाना है, अल्लाह को करना है राजी और गुनाहों को मिटाना है 🤲🤲"

 ए माहे रमज़ान जरा आहिस्ता चलना हमें काफी कर्ज चुकाना है, 
अल्लाह को करना है राजी
 और गुनाहों को मिटाना है
🤲🤲

ए माहे रमज़ान जरा आहिस्ता चलना हमें काफी कर्ज चुकाना है, अल्लाह को करना है राजी और गुनाहों को मिटाना है 🤲🤲

People who shared love close

More like this

Trending Topic