किस्मत में शायद लिखे नही हो तुम
वरना बात तो यूं है...की ज़िंदगी मे तो
हर रोज लिखता हूं मैं तुम्हे...!!
खैर....
आज फिर आया वो दिन जिसमे सब कुछ कर
जाने को जी चाहता है,,
मैं इसे अपनी तलब कहूं, ख्वाहिश कहूं, या फिर
कंहू अपनी इल्तजा,
मगर बात ये है कि आज मर जाने को जी चाहता है..!!
©Atul tapparwal
#you&Me sheetal pandya मेरे शब्द ..SShikha.. Monika rathee vks Siyag Adhury Hayat