जल रहा था शान से वो दीपक की करतान पर ! बूझा दीपक त
"जल रहा था शान से वो दीपक की करतान पर !
बूझा दीपक तब जब रीत अंधेरे की सोदागर थी,,,,
मजबूरी का नाम बताकर
लौ🔥ने जलना छोड दिया,,
हवा भी फिर चल पडी,,,
;;;दीप ने जलना ही छोड दिया।।।।।।।
@kirti💝💝💝"
जल रहा था शान से वो दीपक की करतान पर !
बूझा दीपक तब जब रीत अंधेरे की सोदागर थी,,,,
मजबूरी का नाम बताकर
लौ🔥ने जलना छोड दिया,,
हवा भी फिर चल पडी,,,
;;;दीप ने जलना ही छोड दिया।।।।।।।
@kirti💝💝💝