"मेरा शहर भी अब मुझको
बेगाना कहता है
इशक में तेरे बहका हुआ
दीवाना कहता है
एक तू ही मेरे इशक को
समझ नही पाई
वरना मेरी इबादत के किस्से
तो आज भी ये जमाना कहता है।❤"
मेरा शहर भी अब मुझको
बेगाना कहता है
इशक में तेरे बहका हुआ
दीवाना कहता है
एक तू ही मेरे इशक को
समझ नही पाई
वरना मेरी इबादत के किस्से
तो आज भी ये जमाना कहता है।❤