"लग जा गले लग जा गले हम दोनों वर्षों बाद मिले हैं
यादों में हम तुमसे रोज मिलते हैं।
तन के स्वरूप में आज मीले है।
लग जा गले हम दोनों वर्षों बाद मिले हैं
हम दोनों दोस्त कुछ खास मिले हैं।
हम थोडे शरीफ थोडे बदमाश मिलें हैं।
लग जा गले हम दोनों वर्षों बाद मिले हैं।
©Ram Ishwar✍️कलम का कारनामा✍️"