White याद है वो बचपन
याद है वो गली मोहल्ले
जहां संगी साथियों के
साथ मिलकर पटाखे
फुलझड़ियां छोड़ी थी।
ये बचपन तो फिर से लौट कर आजा
होंटो पर मुस्कान सजा जा।
यह जवानी जिम्मेदारियां की
फुलझड़ियां है, जिसमें हर कोई
अपनी खुशियों के अरमानों को
दबा बैठा है।
बेबीसी को अपने दिल में छुपा कर बैठा है।
ऐ बचपन तू फिर से लौट के आजा।
आंखों के सपने सजा जा।
©ANJANA MALI
#diwali_wishes बचपन की दीवाली