कोई अल्ला पुजता कोई भगवान पुज रहा है आपस की तकरार | हिंदी कविता
"कोई अल्ला पुजता कोई भगवान पुज रहा है
आपस की तकरार से हिंदुस्तान झुझ रहा है
इंसानियत की परवाह कौन करता है देश मे
सबको अपने मतलब का सामान सुझ रहा है
संजय अश्क
9753633830"
कोई अल्ला पुजता कोई भगवान पुज रहा है
आपस की तकरार से हिंदुस्तान झुझ रहा है
इंसानियत की परवाह कौन करता है देश मे
सबको अपने मतलब का सामान सुझ रहा है
संजय अश्क
9753633830