"आवाज़ मेरी तू ही खामोशीयाँ
होश भी तू ही, तू ही मदहोशीयाँ
है फ़ैसला ये दिल ने किया,
इश्क़ और इबादत, तुझको ही चुन लिया
तेरे बिना जीना, नहियो गवारा माहिया
तेरे बिना दिल्बर, अब ना गुज़ारा साथिया
तेरे बिना जीना, जीना, नहियो गवारा माहिया"
आवाज़ मेरी तू ही खामोशीयाँ
होश भी तू ही, तू ही मदहोशीयाँ
है फ़ैसला ये दिल ने किया,
इश्क़ और इबादत, तुझको ही चुन लिया
तेरे बिना जीना, नहियो गवारा माहिया
तेरे बिना दिल्बर, अब ना गुज़ारा साथिया
तेरे बिना जीना, जीना, नहियो गवारा माहिया