White गया था पर्वतों की आड़ में खुद को ढूंढने
खुद को पहचानने हेतू खुद में ही डूबना पढ़ा
मन की अभिलाषा को समझ कर खुद से मिलना पढ़ा
गर समझ जाएं तो हम ही पर्वत पहाड़ नदियां हैं
गढ़ने वाली कलम और रंगोलियां हैं
अपनी तड़प को ही जानकर
अपनी सहनशक्ति को समझना होगा
खुद को खुश रखने हेतू
पहले अपनी ही गलतियों को समझना होगा
©MADHUKANT THAKUR
#sad_quotes